गुरुवार, 11 फ़रवरी 2010

दो पैरोडी .... No prizes for guessing..

......{१}................................
ऊपर पैसा जाता है,
नीचे बाबू खाता है..
बाबू के नीचे अर्दली,
उसने भी रिश्वत मांग ली
बिन पैसे दफ्तर जाना नहीं..
काम तुम्हारा होना नहीं..
........{२}..................................
बाबू अफसर सब हुशियार
मिल जुल चलता कारोबार
Below above सबने है खाई
डेमोक्रेसी में करो कमाई...
.......................................................

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें